स्वदेशी टाइम्स, लखनऊ : अलीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में जिम्मेदारों ने शौचालय के बगल में किचन और दवा काउंटर बना दिया है। दुर्गंध के बीच मरीजों और तीमारदारों को लाइन लगाकर दवा लेनी पड़ रही है। वहीं, पैथालॉजी कक्ष दूसरी मंजिल पर शिफ्ट कर दिया गया है, जिससे मरीजों को रिपोर्ट पाने में अधिक समय लग रहा है। कर्मचारियों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
अलीगंज सीएचसी में पहले कमरा नंबर सात में दवा स्टोर था। स्टोर के बगल में शौचालय बना है। शौचालय के बगल इस दवा स्टोर की जगह पर अब किचन बना दिया गया। किचन में पानी, सिंक आदि की कोई व्यवस्था नहीं है। शौचालय की वजह से यहां बदबू और गंदगी फैली रहती है। शौचालय के पास ही दवा का काउंटर भी बना है, जहां गंदगी और बदबू के बीच मरीज और तीमारदार दवा लेने को मजबूर हैं।
सीएचसी में भूतल पर चल रही पैथालॉजी को दूसरे तल पर शिफ्ट कर दिया गया है। वहां पर जांच संबंधी कार्य के लिए सिंक, टैप वाटर, बायोवेस्ट, ड्रेनेज की कोई व्यवस्था नहीं है। संचारी रोग अभियान चल रहा है, जिससे मलेरिया, फाइलेरिया की स्लाइडों को स्टेन करने में दिक्कत हो रही है। कमरा नंबर 12 में बने ब्लड कलेक्शन सेंटर में प्लेटफार्म, सिंक नहीं बना है। गर्भवतियों की कई जांच की रिपोर्ट तुरंत ही दी जाती है।
संसाधन न होने से जांच करने में कर्मचारियों को दिक्कत होती है। जबकि कमरा नंबर 14 में सुविधाएं हैं। इस मामले में सीएचसी अधीक्षक डॉ. विनय कुमार सिंह का कहना है पहले यह केंद्र बीएमसी था, अब काफी समय से सीएचसी हो गई है। सबको स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, इसके लिए इमरजेंसी नीचे बनाई जा रही है। सीएचसी में कमरे कम हैं। ब्लड कलेक्शन नीचे ही रखा है। मशीन लगाने के लिए पैथालॉजी शिफ्ट की गई है। कमरा नहीं है तो किचन थोड़े समय के लिए शिफ्ट किया गया है।