शातिर का शिकार करने का तरीका था अनोखा, दिन में बनाता था प्लान, रात में करता था कांड, लेकिन आखिरी चाल पड़ गई उल्टी

स्वदेशी टाइम्स, दिल्ली; दिन होते ही वह अपने नए शिकार की तलाश में निकल जाता था. हर रोज नए इलाके की नई गलियों में ई-रिक्शा दौड़ाते हुए वह शिकार की तलाश में जुटा रहता था. तलाश पूरी होते ही वह गली के बाहर अपना ई-रिक्शा खड़ा करता और उस घर में होने वाली गतिविधियों पर निगाहें गड़ाए रहता. देर रात वह घर में घुसता और कांड को अंजाम देकर वहां से फरार हो जाता था.
द्वारका जिला पुलिस की नजर में आरोपी राहुल 22 जून को ही आ गया था. दरअसल, 22 जून को छावला थाना के अंतर्गत आने वाले एक घर में सेंधमारी की वारदात को अंजाम दिया गया था. मामले की जांच में जुटी पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद कुछ लोगों को जीरोइन किया. जीरोइन किए गए लोगों में राहुल भी शामिल था. डिजिटल एविडेंस की मदद से पुलिस टीम आरोपी के ठिकाने तक पहुंचने में कामयाब हो गई.
अब राहुल के साथी की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस ने राहुल की गिरफ्तारी के बाद पांच सेंधमारी के मामलों को सुलझाने का दावा किया है. ये सेंधमारियां छावला, बिंदापुर और रनहोला इलाके में की गईं थीं. राहुल का पहले भी चोरी के एक मामले में नाम सामने आ चुका है, जिससे साफ है कि वह मझा हुआ पुराना अपराधी है. वहीं इस मामले में डीसीपी अंकित सिंह का कहना है कि राहुल की गिरफ्तारी से न सिर्फ चोरी के मामले सुलझे, बल्कि एक बड़े अपराधी का पर्दाफाश भी हुआ है. पुलिस अब राहुल के साथी की तलाश में जुटी है.