पहले ओम बिरला, अब केंद्रीय मंत्री की अगवानी से भी दूर रहे DM, प्रशासनिक संवेदनशीलता पर उठे सवाल

स्वदेशी टाइम्स, उत्तराखंड; उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के डीएम एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार भी प्रोटोकॉल तोड़ने को लेकर ही चर्चा में हैं. क्योंकि शुक्रवार को जब केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू देहरादून एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उनको रिसीव करने डीएम साहब नहीं आए. बल्कि उन्हें रिसीव करने एसडीएम डोईवाला पहुंची थीं. देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल ने इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिराल के दौरे के दौरान भी प्रोटोकॉल तोड़ा था. वहीं दोबारा गलती करने पर प्रशासन के अफसरों ने इस पूरे प्रकरण पर चुप्पी साध ली है. राज्य के सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि अबतक मामले की जानकारी नहीं है. मामले को संज्ञान में ले रहे हैं.
दरअसल 12 जून को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला मसूरी के दौरे पर आए थे, लेकिन देहरादून डीएम सविन बंसल ने उनके यहां आने से पहले न तो फोन उठाया, और न देहरादून और मसूरी पहुंचने पर शिष्टाचार निभाया, इतना ही नहीं लोकसभा स्पीकर के सम्मान में प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया. डीएम देहरादून सविन बंसल के इस रवैए को लेकर लोकसभा स्पीकर ऑफिस ने कड़ी नाराज़गी जताई, और इसकी शिकायत केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय को की, फिर 19 जून को मामले की गंभीरता देखते हुए केंद्रीय कार्मिक विभाग ने उत्तराखण्ड को चीफ सेक्रेटरी को लेटर लिखा.
इसके बाद लोकसभा सचिवालय और कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय के अपर सचिव ने उनकी शिकायत धामी सरकार से की थी.जिसके बाद लेटर लिखकर उनसे जवाब मांगा गया है.पत्र में डीएम साविन बंसल को बताया, ’12 जून को बिरला के दौरे के दौरान अध्यक्ष कार्यालय की तरफ से डीएम से फोन पर संपर्क कर आवश्यक जानकारी लेने का प्रयास किया गया. लेकिन समुचित जवाब नहीं मिला. चिट्ठी में यह भी कहा गया है कि डीएम सहयोग नहीं कर रहे थे. सुमन द्वारा लिखे गए पत्र में दो पत्रों का हवाला देते हुए लिखा गया है. साथ ही यह भी बताया गया है कि माननीय अध्यक्ष को उनके पद के अनुरूप उचित सम्मान और शिष्टाचार नहीं मिला. पूरे मामले में स्थापित प्रोटोकॉल मानकों का उल्लंघन हुआ.