14 वर्ष की उम्र में एस्ट्रोनॉमी पर पुस्तक लिखना हैं आश्चर्यजनक

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स्वदेशी टाइम्स, रामनगर: एक ओर जहां अभिभावकों की शिकायत रहती हैं कि बच्चें ज्यादा समय मोबाइल फोन और गैजेट्स को दे रहे हैं। ऐसे में कुछ ऐसे बच्चे भी हैं जो समय का सदुपयोग करके ऐसे विषयों का अध्ययन करते हैं, जिनके बारे में सामान्य तौर पर यह सोचा जाता है कि वह वैज्ञानिकों के अध्ययन के विषय है। एक निजी विद्यालय में अध्यनरत 9वीं के छात्र हेमंत पांडेय ने एस्ट्रोनॉमी विषय पर अपनी दूसरी पुस्तक लिखकर आश्चर्यचकित किया है।

हेमंत की इस पुस्तक का विमोचन उनके जन्मदिन के मौके पर मुख्य अतिथि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. साकेत बडोला, विशिष्ठ अतिथि डॉ. संदीप रावत, रिनेसा कॉलेज के निदेशक आलोक गुसाईं, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. केसी जोशी और हेमंत के पिता प्रभाकर पांडे ने संयुक्त रूप से किया। हेमंत की “द ओडिसी ऑफ द यूनिवर्स (फ्रॉम द स्मॉलेस्ट टू द लार्जेस्ट) पार्ट-1 द सोलर सिस्टम” नाम की इस एस्ट्रोनॉमी विषय पर लिखी पुस्तक की सराहना करते हुए कॉर्बेट निदेशक डॉ. बडोला ने कहा कि 14 वर्ष की उम्र में स्ट्रोनॉमी विषय का अध्ययन कर पुस्तक लिखना आश्चर्यजनक है। विशिष्ट अतिथि इग्नू के डायरेक्टर डॉ. संदीप रावत ने कहा कि वर्ल्ड हिस्ट्री और एस्ट्रोनॉमी जैसे महत्वपूर्ण विषयों को किशोर उम्र के बालक ने पुस्तक में लिखकर सराहनीय कार्य किया है। 293 पृष्ठ की इस पुस्तक को लिखने में हेमंत को लगभग 9 माह का समय लगा है। हेमंत के पिता डॉ. प्रभाकर पांडे नगर के एमपी हिंदू कॉलेज में मनोविज्ञान विषय के प्रवक्ता है, जबकि माता एक गृहणी हैं।

यह खास है पुस्तक में 
यह पुस्तक सौर मंडल के बारे में विस्तृत जानकारी देती है। किताब में सौर मंडल के रहस्यों को समझाया गया है। इसमें सौर मंडल के इतिहास, वर्तमान और भविष्य के बदलाव की संभावना के बारे में भी बताया गया है। पुस्तक उपग्रहों के बारे में भी विस्तृत जानकारी देती है। पुस्तक को इस प्रकार से लिखा गया है कि अंतरिक्ष के रहस्यों को सरलता से समझा जा सके।

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