कुख्यात टिल्लू गिरोह का बदमाश अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार, जेल से बाहर मैसेज पहुंचाने का करता था काम

Spread the love
स्वदेशीटाइम्स, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कुख्यात गैंगस्टर सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के सदस्य रोहित उर्फ पाजी को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इसके पास से एक सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल व तीन कारतूस बरामद किए गए हैं। रोहित पहले के तीन आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। डीसीपी क्राइम ब्रांच सतीश कुमार के मुताबिक रोहित, बेगमपुर का रहने वाला है। अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार होने पर क्राइम ब्रांच ने रोहित के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

जेल में टिल्लू गिरोह के संपर्क में आया था रोहित

पुराने मामले में तिहाड़ जेल में बंद रहने के दौरान टिल्लू गिरोह के बदमाशों के संपर्क में आकर वह टिल्लू गिरोह में शामिल हो गया था। जेल से बाहर आने के बाद वह जेल में बंद गिरोह के सदस्यों से मिलता रहा और उनके संदेश बाहर गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचाता था। अपराध शाखा को दिल्ली-एनसीआर में गिरोह से जुड़े अपराधियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने का काम सौंपा गया है। उसी के तहत हवलदार राज आर्यन को गत दिनों सूचना मिली कि टिल्लू गिरोह का सक्रिय बदमाश रोहित जेल में बंद गिरोह के सदस्यों के लिए संदेशवाहक के रूप में काम करता है। वह किसी से मिलने सेक्टर-17 रोहिणी आने वाला है।

लोडेड सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद

पुलिस को यह भी पता चला कि रोहित के पास अवैध हथियार हो सकता है। एसीपी नरेंद्र सिंह व इंस्पेक्टर संदीप स्वामी की टीम ने सेक्टर-17 रोहिणी से रोहित को पकड़ लिया। उसके कब्जे से एक लोडेड सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की गई। इससे पूछताछ कर हथियार व कारतूस के श्रोत के बारे में पता लगाया जा रहा है। रोहित ने मोगा, पंजाब से पढ़ाई की और 2013 में परिवार के साथ दिल्ली आ गया था। पहले वह इलेक्ट्रीशियन के रूप में काम करता था। 2014 में उसे दुष्कर्म के एक मामले में जेल जाना पड़ा। वहां उसकी मुलाकात सोनीपत के रवींद्र और बिजवासन, हरियाणा के रहने वाले रघुबीर सिंह से हुई।

नरेला में 18 लाख रुपये की लूट को दिया था अंजाम

जेल से छूटने के बाद इन दोनों के साथ मिलकर रोहित ने 2019 में नरेला में 18 लाख रुपये लूट लिया। उस मामले में भी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहां वह टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के सदस्यों के संपर्क में आ गया। 2021 में जेल से रिहा होने के बाद उसने जेल में बंद गिरोह के सदस्यों से मिलना शुरू कर दिया और उनके संदेश बाहर गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचाने का काम करने लगा था। रोहित पहले दिल्ली के विभिन्न थानों में दुष्कर्म, पाक्सो एक्ट, डकैती, आर्म्स एक्ट आदि मामलों में शामिल रहा है।  

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *