‘IPL खेलने के पैसे नहीं मिले, झेला नस्लवाद’, इस खिलाड़ी ने बताई क्रिकेट की दुनिया की कड़वी सच्चाई, जानकर नहीं होगा यकीन

स्वदेशी टाइम्स, नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) वो लीग है जिसमें जमकर पैसा बरसता है। आईपीएल फ्रेंचाइजियां खिलाड़ियों पर जी खोल के पैसा लुटाती हैं. लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा है जिसे 13 साल से आईपीएल खेलने के पैसे नहीं मिले। इस खिलाड़ी को अभी भी अपने मेहनताने का इंतजार है। ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि स्पॉट फिक्सिंग में फंस चुके भारत के पूर्व तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत हैं।
आईपीएल में पहले एक टीम हुआ करती थी जिसका नाम था कोच्चि टस्कर्स। कोच्चि की फ्रेंचाइजी से श्रीसंत खेले थे साल 2011 में वह इस टीम से खेले थे लेकिन फिर ये टीम हटा दी गई थी लेकिन श्रीसंत ने बताया कि कई खिलाड़ियों को अभी तक इस टीम से खेलने के पैसे नहीं मिले हैं।
सरेआम मांगा मेहनताना
श्रीसंत ने ‘द रनवीर शो’ पर बात करते हुए इस बात का खुलासा किया। उन्होंने कहा, “कोच्चि टस्कर्स से मुझे काफी पैसे लेने हैं। उन्होंने अभी तक हमारे पैसे नहीं दिए। आपको अपने शो पर मुथैया मुरलीधरन, महेल जयवर्धने, ब्रैंडन मैक्कलम को लाना चाहिए। ये सभी उस टीम का हिस्सा थे। रवींद्र जडेजा भी उस टीम का हिस्सा थे। मैं आप सभी से उम्मीद करता हूं कि, बीसीसीआई ने आपको अभी तक पैसा दे दिया होगा। अपने वादों को निभाएं। टीम तीन साल तक खेलनी थी लेकिन एक साल बाद ही टर्मिनेट हो गई। मुझे लगता है कि ये मुद्दा ज्यादा तवज्जो का हकदार है।”
झेला नस्लवाद
इस इंटरव्यू में श्रीसंत ने ये भी बताया कि उन्होंने बचपन से क्रिकेट में नस्लीय ताने सुने। उन्होंने कहा कि जब वह अंडर-14 खेल रहे थे तभी से उनको नस्लीय ताने मिल रहे थे। उन्होंने कहा, “मुझे पूरे जीवन में ये सुनने को मिला। मुंबई के नीचे जितने भी लोग रहते हैं उन्हें मद्रासी कहा जाता है। मैं जब से अंडर-13, अंडर-14 खेल रहा हूं तब से यही सुनने को मिला है।”
श्रीसंत ने साल 2005 में भारत के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट मिलाकर 90 मैच खेले और 169 विकेट लिए। वह साल 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा थे।