आयकर टीम ने 150 करोड़ से ज्यादा की कर चोरी पकड़ी, 18 संपत्तियों के मिले दस्तावेज

स्वदेशीटाइम्स, कानपुर: कानपुर से अपना कारोबार दिल्ली और गुजरात शिफ्ट कर चुके तंबाकू कारोबारी केके मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा के प्रतिष्ठानों पर लगातार चौथे दिन रविवार को भी आयकर जांच जारी रही। आयकर टीम ने अब तक 150 करोड़ से ज्यादा की कर चोरी पकड़ी है। अभी जांच चल रही है। इससे रकम और बढ़ने की आसार हैं। कारोबारी के प्रतिष्ठानों से अलग-अलग जगहों पर खरीदी गई 18 संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं।
गुजरात के ऊंझा में फैक्टरी के अलावा कई एकड़ में फैला फार्म हाउस और बंगला भी मिला है। गुजरात, दिल्ली, कानपुर में बनाई गई संपत्तियों में लगाए गए धन का हिसाब कारोबारी नहीं दे पा रहे हैं। जांच में पता चला है कि दो नंबर की कमाई संपत्तियों में लगाई गई है। दिल्ली में कई बड़े आवास हैं, जिनकी कीमत सौ करोड़ रुपये से ज्यादा है।
आयकर के 50 से ज्यादा अधिकारियों की टीमें ने गुरुवार से बंशीधर श्रीराम फर्म के रामगंज-नयागंज स्थित कार्यालय, शक्करपट्टी स्थित होटल, आर्यनगर स्थित आवास के साथ ही यहीं पर बने तीन प्रतिष्ठानों और दिल्ली के वसंत विहार स्थित आवास, गुजरात के ऊंझा स्थित फैक्टरी में जांच कर रहीं हैं। रामगंज में कारोबारी का पुराना कार्यालय है। यह फर्म सभी प्रमुख पान मसाला कारोबारियों को बड़े पैमाने पर तंबाकू सप्लाई करती है। फर्म के संचालक केके मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा हैं। उनका बेटा शिवम मिश्रा कारोबार देखता है। बेटे के दिल्ली स्थित घर से साढ़े 12 करोड़ की हीरे की पांच घड़ियां, 70 करोड़ से ज्यादा की कई विदेशी कारें मिल चुकी हैं। 4.5 करोड़ की नकदी, 2.5 करोड़ के गहने भी जब्त किए जा चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि कारोबारी मुन्ना मिश्रा की कुछ समय पहले सर्जरी हुई है। इस लिए अब तक उनके बयान नहीं लिए जा सके हैं।
पान मसाला-तंबाकू कारोबारी का गठजोड
पिता ने संपत्तियों पर खपाई रकम, बेटा शौकीन
सूत्रों ने बताया कि तंबाकू कारोबारी मुन्ना मिश्रा ने तंबाकू कारोबार से की गई कमाई को संपत्तियों में निवेश किया है। इसमें अन्य लोगों का भी निवेश है। जिन-जिन संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं, उन्हें बेनामी प्रकोष्ठ भेजा जा रहा है। कारोबारी का बेटा शिवम मिश्रा बेहद शौकीन है।