गंगा में उफान, घाटों पर जान का जोखिम, मिर्जापुर में बच्चे कर रहे खतरनाक स्टंट, प्रशासन पर उठे सवाल

स्वदेशी टाइम्स, उत्तर प्रदेश; उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और पहाड़ों से पानी के बहाव ने गंगा नदी को रौद्र रूप में ला दिया है. मिर्जापुर जिले में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है. हालात को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है, वहीं घाटों पर होने वाली गंगा आरती का स्थान भी बदल दिया गया है.
स्थानीय लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो बीते 24 घंटों में गंगा नदी का जलस्तर 121 सेंटीमीटर तक बढ़ चुका है. बीते बुधवार को पानी बढ़ने की रफ्तार पांच सेंटीमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई. इस समय गंगा का जलस्तर 69.790 मीटर तक पहुंच चुका है, जबकि जिले में चेतावनी स्तर 76.724 मीटर और खतरे का स्तर 77.724 मीटर है.
घाटों पर डूबीं सीढ़ियां, बच्चे कर रहे जानलेवा स्टंट
जलस्तर बढ़ने से घाटों की करीब 30 से 40 सीढ़ियां पानी में डूब चुकी हैं. ऐसे में प्रशासन ने छोटे नावों के संचालन पर रोक लगा दी है और सभी बाढ़ चौकियों को 24 घंटे मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है. बावजूद इसके घाटों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं दिख रहे.
जलस्तर बढ़ने से घाटों की करीब 30 से 40 सीढ़ियां पानी में डूब चुकी हैं. ऐसे में प्रशासन ने छोटे नावों के संचालन पर रोक लगा दी है और सभी बाढ़ चौकियों को 24 घंटे मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है. बावजूद इसके घाटों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं दिख रहे.
स्थानीय निवासी दिलीप कुमार ने चिंता जताते हुए बताया, “गंगा का पानी तेजी से बढ़ रहा है लेकिन घाटों पर बच्चों को रोकने का कोई इंतजाम नहीं है. कई बच्चे उफनती गंगा में छलांग लगाकर जान की बाज़ी लगा रहे हैं. प्रशासन को तुरंत सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए.”
दो दिनों में सबसे ज्यादा पानी बढ़ा
वहीं, एक अन्य निवासी लक्ष्मी नारायण ने बताया कि, “अब भी पानी और बढ़ने की संभावना है. जैसे ही गंगा पेटा भर लेगी, पानी का फैलाव शुरू होगा और बहाव की रफ्तार कुछ कम हो सकती है. लेकिन अभी दो दिनों में जिस तरह से जलस्तर बढ़ा है, वो काफी चिंताजनक है.”
वहीं, एक अन्य निवासी लक्ष्मी नारायण ने बताया कि, “अब भी पानी और बढ़ने की संभावना है. जैसे ही गंगा पेटा भर लेगी, पानी का फैलाव शुरू होगा और बहाव की रफ्तार कुछ कम हो सकती है. लेकिन अभी दो दिनों में जिस तरह से जलस्तर बढ़ा है, वो काफी चिंताजनक है.”
प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने छोटे नावों के संचालन पर रोक लगाने के साथ-साथ लोगों को गंगा घाटों से दूर रहने की सलाह दी है. सभी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है.
इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने छोटे नावों के संचालन पर रोक लगाने के साथ-साथ लोगों को गंगा घाटों से दूर रहने की सलाह दी है. सभी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है.