हाथरस में दरिंदगी का शिकार हुई मासूम, होंठ और गले पर चोट के निशान

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स्वदेशीटाइम्स, हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस में दरिंदगी का शिकार हुई मासूम चार दिन बाद अपने घर पहुंची। उसकी आखों में डर और चेहरा उदास था, होंठ और गले पर चोट के निशान थे। घर पहुंचते ही मासूम अपने परिजनों को सारी आपबीती सुनाने लगी। दरिंदे ने कैसे उसे अपनी हैवानियत का शिकार बनाना। बच्ची ने रोते हुए सब कुछ बताया। उसने बताया कि आरोपी अमन खां ने उसे झाड़ियों में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पोखर के किनारे पिता की आवाज सुन वह बोलने वाली थी, मगर दरिंगे ने जोर से मुंह दबा दिया, जिससे उसकी आवाज नहीं निकल सकी।

जानिए पूरी घटना 
बीते शनिवार की रात को सात साल की मासूम अपने घर से कुछ दूरी पर स्थित परचून की दुकान से चीज लेने गई थी। तब घर में सन्नाटा था। उसके परिवार वाले गंगा स्नान के लिए राजघाट जाने की तैयारी कर रहे थे। बच्ची अपनी छह साल की तयेरी बहन के साथ घर से निकली थी। परिजनों ने बताया कि बच्ची पांच रुपये की चाकलेट लेकर लौट रही थी। गली में काफी अंधेरा था। तभी वहां पर आरोपी अमन खां ने उन्हें रोक लिया और कहा कि चाकलेट खाएगी। ये सुनकर बच्ची उसके साथ चली गई। थोड़ी दूर जाकर उसने दूसरी बच्ची को धक्का मारा और उसे अपने साथ ले गया। वह पैदल ही दो सौ मीटर दूर पोखर के पास गया और झाड़ियों में दुष्कर्म किया। तलाशते हुए स्वजन व ग्रामीण पोखर पर पहुंचे थे।

बच्ची ने सुनाई आपबीती
बुधवार को मासूम अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज से घर पहुंची। वह काफी डरी सहमी हुई थी। उसके गले और होठों पर चोट के निशान थे। बच्ची घर पहुंचते ही जोर-जोर से रोने लगी और अपने माता-पिता को सारी आपबीती सुनाने लगी। उसने बताया कि उस काली रात पोखर के किनारे पिता की आवाज सुन वह बोलने वाली थी, मगर दरिंगे ने जोर से मुंह दबा दिया। दरिंदे ने उसे जान से मारने की धमकी दी। बच्ची ने बताया कि वह आरोपी के सामने हाथ जोड़ती रही, उसे छोड़ने की गुहार लगाती रही, लेकिन दरिंदे को उस पर जरा भी दया नहीं आई। पिता ने बताया कि करीब डेढ़ घंटे बाद गांव के कुछ लोग पोखर के पास पहुंचे तो बच्ची वहां अर्द्धबेहोशी की हालत में पड़ी थी। दुष्कर्मी वहां से फरार हो चुका था।

 

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